भगवान शिव जी की स्तुति उनके परम गुणों की मधुर व्याख्या से भरा हुआ है | यह स्तुति बहुत ही ताल और लय में गहरे अर्थ के साथ है | | इसके शब्द और उनके तुकबंदी पढ़ने वाले को जोश से भर देतें हैं |
“कोटि नमन दिगम्बरा” — करोड़ों करोड़ों नमस्कार हैं परम दयालु भोलेनाथ , शीघ्र ही प्रशन्न होनेवाले आशुतोष को |
जय शिव शंकर | हर हर महादेव |
- हिंदी / संस्कृत
- English
आशुतोष शशाँक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,
कोटि नमन दिगम्बरा ॥
निर्विकार ओमकार अविनाशी,
तुम्ही देवाधि देव,
जगत सर्जक प्रलय करता,
शिवम सत्यम सुंदरा ॥
निरंकार स्वरूप कालेश्वर,
महा योगीश्वरा,
दयानिधि दानिश्वर जय,
जटाधार अभयंकरा ॥
शूल पानी त्रिशूल धारी,
औगड़ी बाघम्बरी,
जय महेश त्रिलोचनाय,
विश्वनाथ विशम्भरा ॥
नाथ नागेश्वर हरो हर,
पाप साप अभिशाप तम,
महादेव महान भोले,
सदा शिव शिव संकरा ॥
जगत पति अनुरकती भक्ति,
सदैव तेरे चरण हो,
क्षमा हो अपराध सब,
जय जयति जगदीश्वरा ॥
जनम जीवन जगत का,
संताप ताप मिटे सभी,
ओम नमः शिवाय मन,
जपता रहे पञ्चाक्षरा ॥
आशुतोष शशाँक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,
कोटि नमन दिगम्बरा ॥
कोटि नमन दिगम्बरा..
कोटि नमन दिगम्बरा..
कोटि नमन दिगम्बरा..
āśutoṣa śaśāṅka śekhara,
candra maulī cidambara,
koṭi koṭi praṇām śambhū,
koṭi naman digambara ॥
nirvikāra omkāra avināśī,
tumhī devādhi dev,
jagat sarjaka pralaya kartā,
śivam satyam sundarā ॥
niraṅkāra svarūpa kāleśvara,
mahā yogīśvara,
dayānidhi dāniśvara jaya,
jaṭādhāra abhayaṅkarā ॥
śūla pānī triśūla dhārī,
augṛī bāghambarī,
jaya maheśa trilocanāya,
viśvanātha viśambharā ॥
nātha nāgeśvara haro har,
pāpa sāpa abhiśāpa tama,
mahādeva mahān bhole,
sadā śiva śiva saṅkarā ॥
jagat pati anurakti bhakti,
sadaiva tere caraṇa ho,
kṣamā ho aparādh sab,
jaya jayati jagadīśvarā ॥
janma jīvana jagat kā,
santāpa tāpa miṭe sabhī,
om namaḥ śivāya man,
japatā rahe pañcākṣarā ॥
āśutoṣa śaśāṅka śekhara,
candra maulī cidambarā,
koṭi koṭi praṇām śambhū,
koṭi naman digambarā ॥
koṭi naman digambarā..
koṭi naman digambarā..
koṭi naman digambarā..